खबर लहरिया चित्रकूट चित्रकूट जिले के कर्वी ब्लॉक के तरौंहा गाँव के करवरिया परिवार का देश की आज़ादी में योगदान

चित्रकूट जिले के कर्वी ब्लॉक के तरौंहा गाँव के करवरिया परिवार का देश की आज़ादी में योगदान

जिला चित्रकूट, ब्लाक कर्वी, गांव तरौहां देश के आज़ादी खातिर करवरिया परिवार के मड़ई आपन योगदान दिहिन रहैं। या परिवार के मनसवा बस नहीं दुइ औरते भी देश के आज़ादी खातिर बढ़ चढ़ के हिंस्सा लिहिन रहैं।
राजेश कुमार करवरिया का कहब हवै कि दादा,बाबा अउर परिवार के नौ मड़ई,दाई अउर बड़ी अम्मा भी संघर्ष करिन हवैं। मोरे ताऊ फ़िरोज़ गांधी के साथै देश के आज़ादी खातिर लड़ाई करिन रहैं। ताऊ जी का जेल मा बंद कइके बर्फ के सिल्ली मा परावत रहैं। हमरे घर मा चंद्र शेखर आवत जात रहैं। हमार परिवार कांग्रेसी रहै। हम लोग लोहिया के आदर्श के हिसाब से अबै भी चलित हन। 1959 मा पहिले विधायक पंडित दीन दयाल करवरिया बने रहैं। मैं चवालिस साल से खुदै लोहिया मेला का चलावत हौं। या कारन हमार परिवार देश के आज़ादी खातिर गांधी परिवार के साथै कंधा से कंधा मिला के चला हवै। जबै भी देश के आज़ादी के बात अई हम पीछे ना होइबे।
शिवशंकर करवरिया का कहब हवै कि मोरे दादा का आज़ादी के लड़ाई लड़ै मा जेल जात रहैं तौ दादी यहिकर विरोध करिन रहैं। कहिन कि इनतान जेल ना जइहैं। पहिले चार पहिया गाड़ी लइके आव। उनका माला पहिनाई जई। यहिके बाद जेल जइहैं। दादी के कहै मा उंई गाड़ी लइके आय रहैं। मोर दादी दादा जी के माला डारिस। यहिके बाद दादा जी जेल गे रहैं। उंई जेल मा छह महीना तक बंद रहैं। वा समय अंग्रेज कैदिन साथै बहुतै अत्याचार करत रहैं। हमार परिवार के लोग देश के आज़ादी खातिर बहुतै योगदान करिन हवैं। यहिसे हम लोगन के मन मा अबै भी देश भक्ति बनी हवै।
रिपोर्टर- नाज़नी रिज़वी
12/08/2016 को प्रकाशित

चित्रकूट जिले के कर्वी ब्लॉक के तरौंहा गाँव के करवरिया परिवार का देश की आज़ादी में योगदान