खबर लहरिया बुंदेलखंड कोई ऐसा नहीं होगा जिसे आलू का पराठा नहीं पसंद होगा, महोबा जिले के इस दुकान का पराठा कभी खाकर तो देखिए

कोई ऐसा नहीं होगा जिसे आलू का पराठा नहीं पसंद होगा, महोबा जिले के इस दुकान का पराठा कभी खाकर तो देखिए

जिला महोबा। यहां परमानन्द चौराहे में सोलह साल से आलू के पराठे की दुकान कमलेश कुमार लगाते है।यह पराठे उतने ही स्वादिष्ट बनाते है जितने दिल्ली की पराठा वाली गली में बिकने वाले आलू के पराठे। इस दुकान को गरीबों का ढाबा भी कहा जाता है। इस आलू के पराठे की दुकान के मशहूर हो जाने के कारण, आज इसके आप-पास और भी पराठे के दुकान हो गई है।
ग्राहक संतोष, टीकाराम और मुकेश का कहना है कि गरीब लोग इस दुकान में भरपेट खाना खा सकते हैं क्यों कि यहां बीस रूपये में चार मोटे-मोटे पराठे मिलतें हैं। पराठे बहुत स्वादिष्ट और गरमा-गरम होते हैं जिससे अमीर गरीब सभी लोग बार-बार पराठा खाने आते हैं।
पराठा दुकान मालिक कमलेश कुमार का कहना है कि सरकार कोई रोजगार नहीं दे रही है इस कारण हमने यह दुकान खोली है। दुकान शुरू करते समय बहुत परेशानी आयी है लोगों को पहले फिरी में पराठे खिलायें हैं फिर सस्ता पराठा बेंचा है इस कारण लोग यहां आते हैं।

बाईलाइन-श्यामकली

29/09/2017 को प्रकाशित