खबर लहरिया चित्रकूट कत्तौ हैण्डपम्प खराब तौ, कत्तौ चरही टूट

कत्तौ हैण्डपम्प खराब तौ, कत्तौ चरही टूट

खराब हैण्डपम्पं

खराब हैण्डपम्पं

जिला चित्रकूट, ब्लाक मऊ, गांव ओबरी, मजरा ललई। हिंया हैण्डपम्प के चरही चार महीना से टूट हवै, पै आजौ तक चरही नहीं बनी आय। या समस्या से लगभग पचास मड़ई परेशान हवैं। यहिके खातिर प्रधान भागवत द्विवेदी से कहा गा, पै कउनौ सुनवाई नहीं भे आय।
हिंया के राजकुमारी, दीपक, मुन्नीलाल समेत दस मड़इन का कहब हवै कि हमार पुरवा के हैण्डपम्प के चरही, पै प्रधान वहिके कउनौ ध्यान नहीं देत आय। हैण्डपम्प के लगे गंन्दा पानी भरा रहत हवै। या कारन कीड़ा भी रहत हवंै अउर हैण्डपम्प से पानी भी गन्दा निकरत हवै। अगर वा हैण्डपम्प मा चरही बन जाये तौ नींक होय।
प्रधान भागवत द्विवेदी का कहब हवै कि अबै बजट नहीं आय। बजट आ जई तौ हैण्डपम्प के चरही बनवा दीन जई।
जिला चित्रकूट, ब्लाक मानिकपुर, गांव अगरहुंड़ा, अड़गम बाबा का पुरवा। हिंया का हैण्डपम्प पांच महीना से खराब हवै। या कारन पानी के समस्या से लगभग सौ मड़ई परेशान हवैं।
हिंया के गुडि़या अउर निलवतिया का कहब हवै कि हमै पानी पियै खातिर बहुतै परेशानी होत हवै। हैण्डपम्प से हमार बच्चा पानी भर लावत रहै, पै जबै से हमार पुरवा का हैण्डपम्प खराब होइगा हवै। तबै से बहुतै परेशानी होत हवै। हम पहिले घर का काम करित हन। फेर पानी भरै जाये का परत हवै तौ हम मजूरी करै नहीं जा पाइत हन। अगर हैण्डपम्प बन जाये तौ नींक होइ जाये। हम भी मजूरी करै जा सकित हन, पै प्रधान नहीं सुनत आय। प्रधान शिवकलिया का कहब हवै कि अबै तक मोहिका नहीं पता रहै। अब पता होइगा हवै तौ मैं हैण्डपम्प बनवा देहूं।