खबर लहरिया औरतें काम पर कइसे मिली हमके सहारा

कइसे मिली हमके सहारा

DSCF3509जिला वाराणसी, ब्लाक चिरईगावं, गावं अल्लोपुर। इहां के कुमारी देवी के कहब हव कि हमार उम्र लगभग 62 साल हो गएल हव। लेकिन हमने के वृद्धा पेंशन नाहीं मिलत हव। जब प्रधान से कहल जाई तब प्रधान खाली हाँ हाँ करलन।
कुमारी देवी के कहब हव कि हमके ऐतना दिन से रहल जाला लेकिन अभहीं तक वृद्धा पेंशन नाहीं मिलत हव। हमार लइकन हयन त उ अपने परिवार के देखे में रहलन। वहीसे भी अब लइकन पर के भरोसा करी। लइकन आपन करे में रहे जालन। हमने के जब तक पैरूख रहल तब तक हमने आपन काम करत रहे। लेकिन अब त हमने के पैरूख खत्म हो गएल हव। अब हमने काम भी नाहीं कर पाइत। जब प्रधान से कहब त प्रधान सुनबे नाहीं करतन। हमने के ब्लाक पर भी एतना पहुंच नाहीं हव कि हमने ब्लाक पर जाके दरखाश देई।
ब्लाक के सहायक विकास समाज कल्याण प्रभुनाथ यादव के कहब हव कि 2002 के बी. पी. एल. सुची में नाम होवे के चाही। आउर उम्र भी साठ वर्ष से उपर हावे के चाही।