खबर लहरिया बाँदा एस.पी. से मांगिन नियाव

एस.पी. से मांगिन नियाव

अस्पताल मा भर्ती राजेश वर्मा

अस्पताल मा भर्ती राजेश वर्मा

जिला बांदा, ब्लाक महुआ, गांव तेरा पतौरा। हेंया के राजा सिंह अउर कल्लू सिंह के खिलाफ सुमन 27 जनवरी 2014 अउर पप्पू सिंह 29 जनवरी 2014 का एस.पी. का दरखास दइके नियाव के मांग करिन हैं।
दलित जाति के सुमन बताइस-“14 जनवरी 2014 रात लगभग आठ बजे गांव के कल्लू सिंह अउर राजा सिंह मोरे मनसवा के राजेश वर्मा के गोड़ मा गोली मार के घायल कई दिहिन। गांव के मड़ई पहिले खुरहण्ड चैकी का फोन करिन फेर बेहोसी हालत मा जिला अस्पताल लाये। यहिके पहिले 11 दिसम्बर 2013 का मोरे बिटिया के साथै इं छेड़खानी करिन। वहै दिन इनके खिलाफ खुरहण्ड चैकी मा छेड़खानी करैं का मुकदमा लिखा दीनेंव। इं मोहिका राजी होय का दबाव डारत रहैं अउर जान से मारैं के धमकी देत रहैं। यहै रंजिस मा मनसवा के गोली मारिन हैं। मैं स्कूलन मा खाना बनावत हांै। प्रधान के अउर राजा सिंह हन के दुश्मनी है। गांव मा जो कोऊ भी प्रधान से बोलचाल करे है उनका राजा सिंह बहुतै सतावत है। मैं एस.पी. का दरखास दइके कल्लू सिंह अउर राजा सिंह के गिरफ्तार करैं के मांग करे हौं। यहिके पहिले भी खुरहण्ड चैकी, गिरवां थाना अउर एस.पी. का कइयौ दरखास दई चुकी हौं।”
पप्पू सिंह भी एस.पी. का दरखास दिहिस। जेहिमा कहिस है-“मैं गांव का होय के नाते राजेश वर्मा का लइके जिला अस्पताल मा भर्ती करवायेंव। कल्लू सिंह अउर राजा सिंह का पता लाग तौ मोहिका फोन से धमकी दिहिन। मोर भउजाई रानी का भी गाली गलौज करिस है। कल्लू सिंह अउर राजा सिंह खुलेआम पूरे गांव का गाली गलौज करत है। कतौ भी कउनौ बड़ी घटना घट सकत है।”
राजा सिंह का चाचा चन्द्रकांत त्रिपाठी कहत है इं सब मामला गलत हैं। पुलिस सब जानत है। या मारे आगे कारवाही भी नहीं होत। राजा सिंह के महतारी कहिस कि राजेश केश बनावैं खातिर अपने आप गोड़े मा गोली मार लिहिस है। छेड़खानी अउर बलात्कार का मामला झूठ लगा दिहिन हैं।
खुरहण्ड चैकी का दीवान नारायण बाबू तिवारी कहिन-“राजा सिंह अउर कल्लू सिंह के खिलाफ धारा 307 (जान से मारै के नियत से फरार करब) के तहत मुकदमा 15 जनवरी 2014 का लिख गा है। 11 दिसम्बर 2013 का धारा 452 (छेड़खानी) 504 (गाली गलौज) 506 (जान से मारैं के धमकी) के तहत मुकदमा लिखा है। अबै नरैनी सी.ओ. यशवीर सिंह विवेचना करत हैं। एस.पी. अरविन्द सेन कहिन कि या मामला के जांच चलत है। या मामला के जांच सी.बी.आई. से भी कराई जा सकत है।