खबर लहरिया मनोरंजन एक महिला वैज्ञानिक की अनोखी देन – रोसालिंड फ्रैंकलिन की याद में

एक महिला वैज्ञानिक की अनोखी देन – रोसालिंड फ्रैंकलिन की याद में

रोसालिंड फ्रैंकलिन

रोसालिंड फ्रैंकलिन (फोटो साभार – विकिपीडिया )

इतिहास गवाह है कि बहुत कम महिलाएं हैं जिन्हें विज्ञान के क्षेत्र में कदम रखने को मिला। 25 जुलाई 2013 को रोसालिंड फ्रैंकलिन को तिरान्वे साल पूरे होते। साल 1951 में अंग्रेज़ वैज्ञानिक ने एक अहम भाषण देकर अपने लिए एक खास स्थान बना लिया। कैंसर की बीमारी से 1958 में सैंतिस साल की उम्र में वे चल बसीं।
रोसालिंड का जन्म इंग्लैंड की राजधानी लंदन में हुआ था। रोसालिंड ने 1951 में डी.एन.ए. पर खास अध्ययन किया था। डी.एन.ए. शरीर के अंदर का एक ऐसा हिस्सा जो हर इंसान में अलग होता है। रोसालिंड पहली वैज्ञानिक थीं जिन्होंने इसके आकार और बनावट को सही पहचाना था। आजकल डी.एन.ए. की जानकारी के ज़रिए कई हत्या कांड, बलात्कार और खोए हुए लोगों की पहचान के केस सुलझाए जा सकते हैं।