खबर लहरिया बाँदा उपकेन्द्र के समस्या देख खड़े होत रोंगटे

उपकेन्द्र के समस्या देख खड़े होत रोंगटे

डिलेवरी के कमरा के फाट हैं दीवाल अउर चुवत है पानी

डिलेवरी के कमरा के फाट हैं दीवाल अउर चुवत है पानी

मातृ शिशु एवं परिवार कल्याण केंद्र मा परा कबाड़

मातृ शिशु एवं परिवार कल्याण केंद्र मा परा कबाड़

 

 

 

 

 

 

 

 

 

जिला बांदा, ब्लाक महुआ, गांव पैगम्बरपुर। हेंया का मातृ शिशु एवं परिवार कल्याण केन्द्र के समस्या देख के रोंगटे खड़े होई जात हैं। डिलेवरी वाले कमरा के पूरी छत टूट है। पंखा निहाय। एक बल्ब अर्थिंग लइके जलावा जात है। दुई बेड के भरोसे गिरवां अउर पैगम्बरपुर के डिलेवरी होत हंै। रात मा लालटेन के सहारे दाई मुन्नी बच्चा पैदा करावत है।
डिलेवरी लइके आई सरस्वाह गांव के आशा, शोभा देवी, बड़ोखर बुजुर्ग के ज्ञान देवी, पैगम्बरपुर के सीता रानी कहिन-“हम लोग बिजली पानी अउर छत टूटैं के शिकाइत कइयौ दरकी महुआ अस्पताल के अधीक्षक से कीन है। बरसात मा छत गिरै का बहुतै डेर रहत है।” बच्चा पैदा करावै वाली दाई कहिस-“मैं हेंया छह साल से बच्चा पैदा करावैं का काम करत हौं। रात मा अकेले डिलेवरी करउती हौं। रात के बड़ी समस्या बिजली के है। बिजली न रहैं मा लालटेन जला के बच्चा पैदा करावब मोर मजबूरी है। डिलेवरी वाले कमरे के छत अउर दिवाल बीच से फाट गे है। 3-4 अउर 5 अगस्त 2014 का जोरदार बारिश भे है। चुवत छत के तरे कइयौ डिलेवरी निपटाय हौं। यतना काम करैं के बाद सरकार कइत से कउनौ मदद नहीं मिलत है। न्योछार के भरोसे पेट चलत है।
ए.एन.एम. उमा रैकवार कहिस-“उपकेन्द्र के समस्यन का लइके मैं भी परेशान हौं। छत टूटै का डेर हमेशा बना रहत है। बिजली पानी के समस्या है। दुई बेट्री हैं। उई भी खराब पड़ी है। रात मा लालटेन से डिलेवरी होत है। डिलेवरी प्वाइंट घोषित होय के बाद भी हेंया एक भी एम्बुलेंस निहाय। एक साल मा 10 हजार बजट आवत है तौ मैं का, का व्यवस्था कराऊं।
बांदा सी.एम.ओ. डाक्टर कैप्टन आर.के. सिंह अउर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ओ.पी. माहौर या समस्या के बारे मा तुरतै महुआ चिकत्सिा अधीक्षक एम.सी. पाल का फोन मा समस्या बताइन। समस्या सुधारैं का कहिन कि जल्दी छत बनवा देव। बिजली खुल्ला न लगावैं। एक इमरजेन्सी के सुविधा कई देव जेहिसे रात मा अस्पताल मा उजियारा होई सकै।