खबर लहरिया चुनावी दंगल 2017 आइए जानते हैं बंशीलाल की उम्मीदें जो हैं फैजाबाद के अयोध्या से निर्दलीय उम्मीदवार

आइए जानते हैं बंशीलाल की उम्मीदें जो हैं फैजाबाद के अयोध्या से निर्दलीय उम्मीदवार

जिला फैजाबाद, अयोध्या। उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में सभी नेता टिकट के लिए कदमताल कर रहे हैं। पर ये भी सच है कि चुनाव के मौसम में सबसे ज्यादा नेता दलबदल करते हैं। अयोध्या से समाजवादी पार्टी के बंशी लाल यादव ने भी चुनाव में टिकट नहीं मिलने के कारण समाजवादी पार्टी से 20 साल पुराना रिश्ता तोड़कर बहुजन मुक्ति पार्टी में प्रवेश कर लिया है। ये पार्टी बसपा का दमन छोड़े नेता दद्दू प्रसाद की पार्टी हैं और इस चुनाव में इस पार्टी ने बंशी लाल यादव को अयोध्या से टिकट दिया है।

बंशी लाल यादव अयोध्या से जीत मिलने का दांव भरते हुए कहते हैं,“इस बार यहां से एक गरीब और ईमानदार नेता चुना जाएगा, जो मैं ही हूं।”40 साल के बंशी लाल बताते हैं कि  वह भीम राव अम्बेडकर के विचारों से प्रभावित होकर राजनीति में आये हैं,वह गरीबी और जातिगत भेदभाव के कारण होने वाले अत्याचार की आलोचना करते हैं। अपनी बात रखते हुए बंशी लाल के चेहरे के हावभाव बड़ी तेजी के साथ बदलते रहते हैं। अपने चुनाव प्रचार में कुर्ता-पजामा पहने बंशी लाल लोगों से चेहरे पर मुस्कान के साथ हाथ जोड़कर मिलते हैं। लोग भी उन्हें अपनी समस्या की लिस्ट बताने से नहीं हिचकते हैं।

बंशी लाल सपा पार्टी को छोड़ने का कारण 2012 के विधान सभा चुनाव में सपा का अगले चुनाव यानि 2017 में इस क्षेत्र से टिकट देने का वादा पूरा नहीं करना बताते हैं। बंशी लाल ने 20 साल की उम्र में सपा के साथ राजनीति की शुरुआत की।

बंशी लाल अयोध्या से अपनी जीत को लेकर इतना सुनिश्चित हैं कि वह बताते हैं कि एक गांव में चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें एक बूढ़े आदमी ने एक गरीब के बेटे को वोट देने की बात कही, जब उन्होंने उसका नाम पूछा तो वह खुद का नाम सुनते हैं। बंशी लाल राजनीति के साथ अपनी संस्था ‘प्रयास’ के माध्यम से असहाय और पढ़ाई से वंचित लोगों की मदद करने के बात भी बताते हैं।

अयोध्या से चुनाव जीतने पर बंशी लाल चौमुंखी विकास की बात कहते हुए सपा को आड़े हाथ लेते हुए कहते हैं, “गांवों में विकास नहीं हुआ है और जहां हुआ है, वहां सड़कों के ऊपर सड़क बना दी हैं। आज राजनीति समाज सेवा नहीं रही, बल्कि आर्थिक विकास हो गया हैं।”

आज की राजनीति को पूंजीवादी राजनीति कहते हुए वह बोलते हैं, “आज कोई प्रत्याशी गांवों में मतदातों से नहीं मिल रहा है। मतदात सिर्फ प्रत्याशी को पोस्टर में देख रहे हैं।” ऐसे समय में बंशी लाल लोगों से मिलना प्रचार का सबसे अच्छा तरीका मान रहे हैं ।

खैर, बंशी लाल इस चुनाव में हार-जीत से ऊपर उठाकर चुनाव में भाग लेना चाहते हैं। हालांकि अयोध्या में 21 साल से भारतीय जनता पार्टी के राज पर विराम लगाकर समाजवादी पार्टी के पवन पांडे ने भाजपा के लल्लू सिंह को हराया था। पर इस बार बहुजन समाज पार्टी ने पहली बार एक मुसलिम प्रत्याशी बज़्मी सिद्दिकी चुना है। ।वहीं सपा ने तेज नारायण तो भाजपा ने अपनी खोई सीट को पाने के लिए वेद प्रकाश गुप्ता को टिकट दिया हैं। अब चुनाव के नतीजे ही बताएंगे कि कौन इस सीट को फतेह करता है।

रिपोर्टर- मनीषा

Published on Jan 25, 2017